माँ-गोलेन्द्र पटेल
माँ-गोलेन्द्र पटेल (“अनुप्रास अलंकार’ में : ‘म’ से ‘माँ”) मैं मुख मन्थन मधु! मधुर मंगल मृदुल माँ! महान महन्त मातृत्व महिमा! मुख्य मग मार्गदर्शक महान! मानव मेरी महत्व मान! मुझसे मोह माया मुक्ति! मंजिल मजहब मोहब्बत मस्ती मिलता मनोहर मजेदार ममता! मनुष्य मानो मूझे महकता! मर्म महक मीठी मरहम! माता माई मईया मम! मन-माँझी …