माँझी नौका खोल रहा है-नदी किनारे-गोपालदास नीरज-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Gopal Das Neeraj
माँझी नौका खोल रहा है-नदी किनारे-गोपालदास नीरज-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Gopal Das Neeraj माँझी नौका खोल रहा है! तन-मन में उत्साह भरा है, जीवन विशद प्रवाह भरा है, ऊर्जस्वित नस-नस में तन के मन का साहस बोल रहा है! गायन करती नौका चल दी, स्वागत लोल लहरियाँ करतीं, शून्य-सरित के गायन …