शेर -अब्दुल हमीद अदम-Abdul Hameed Adam-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita,
शेर -अब्दुल हमीद अदम-Abdul Hameed Adam-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita, ‘अदम’ रोज़-ए-अजल जब क़िस्मतें तक़्सीम होती थीं मुक़द्दर की जगह मैं साग़र-ओ-मीना उठा लाया आँख का ए’तिबार क्या करते जो भी देखा वो ख़्वाब में देखा आँखों से पिलाते रहो साग़र में न डालो अब हम से कोई जाम उठाया नहीं जाता …