मवाज़नए ज़ोरो कमज़ोरी-मनुष्य जीवन के रंग-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi

मवाज़नए ज़ोरो कमज़ोरी-मनुष्य जीवन के रंग-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi ज़ोर जब तक कि हमारे बदनो तन में रहा। पच गई दम में, अगर कैसी ही असक़ल थी दवा। खूंदे गुलज़ारो-चमन गुलशनो बाग़ो सहरा। दौड़े हर सैर तमाशे में खु़शी से हरज़ा। ज़ोर की खू़बियां लाखों हैं कहूं मैं …

Read more