मोती-1-नारी श्रृंगार-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi

मोती-1-नारी श्रृंगार-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi रहे हैं अब तो पास उस शोख़ के शामो सहर मोती। ज़बीं पर मोती और बेसर में मोती मांग पर मोती॥ इधर जुगनू, उधर कुछ बालियों में जलवागर मोती। भरे हैं उस परी में अब तो यारो सर बसर मोती॥ गले में कान …

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