मयर पहाड़ में ऐक गों यस हुक्षि-पहाड़ी भाषा काव्य-श्याम सिंह बिष्ट -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Shyam Singh Bisht
मयर पहाड़ में ऐक गों यस हुक्षि-पहाड़ी भाषा काव्य-श्याम सिंह बिष्ट -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Shyam Singh Bisht मयर पहाड़ में ऐक गों यस हुक्षि कें खारि -धार कें बनगार हुक्षि आर -पार ओर कनकेधार हूक्षि बिच- बिचम नरेगार हूक्षि कें चीण,कें बाखय कें गवार, हुक्षि नानतिनाक खेलणक बहार हुक्षि मयर पहाड़ में ऐक …