मधुयामिनी-यों गाया है हमने तुमको -कुमार विश्वास-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Kumar Vishwas
मधुयामिनी-यों गाया है हमने तुमको -कुमार विश्वास-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Kumar Vishwas क्या अजब रात थी, क्या गज़ब रात थी दंश सहते रहे, मुस्कुराते रहे देह की उर्मियाँ बन गयी भागवत हम समर्पण भरे अर्थ पाते रहे मन मे अपराध की, एक शंका लिए कुछ क्रियाये हमें जब हवन सी लगीं …