मतपेटी से राजा -बोलगप्पे -अशोक चक्रधर-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Ashok Chakradhar,
मतपेटी से राजा -बोलगप्पे -अशोक चक्रधर-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Ashok Chakradhar, भूतपूर्व दस्यू सुन्दरी, संसद कंदरा कन्दरी ! उन्होंने एक बात कही, खोपड़ी चकराए बिना नहीं रही। माथा ठनका, क्योंकि वक्तव्य था उनका सुन लो इस चंबल के बीहड़ों की बेटी से राजा पहले पैदा होता था रानी के पेट से …