मजा बचपन का-कमलेश संजीदा -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Kamlesh Sanjida
मजा बचपन का-कमलेश संजीदा -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Kamlesh Sanjida शब्द नहीं जिनको मैं, लफ़्ज़ों में कह सकता हूँ बच्चों की नटखटता को, आँखों में बसा सकता हूँ॥ इनको जब भी मैं देखूं, बस स्तब्ध सा रह जाता हूँ भूलकर बस सारी दुनिया, बच्चों में खो जाता हूँ ॥ कोई मुझसे …