मजहब-डॉ. अमरजीत टांडा-Dr. Amarjit Tanda -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita,
मजहब-डॉ. अमरजीत टांडा-Dr. Amarjit Tanda -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita, मजहब भी कोई चुनने वाली चीज है माँ जन्मदाती को कोई मजहब न वांटो अभी तो उस नन्नी ने जन्म भी नहीं लिया था और उससे जिन्दगी का अधिकार भी खो लिया गया कया कासूर था उस बच्चे का जो सुबह स्कूल …