हरि की तारीफ़-कविता श्री कृष्ण पर -नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi 

हरि की तारीफ़-कविता श्री कृष्ण पर -नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi मैं क्या क्या वस्फ़ कहुं, यारो उस श्याम बरन अवतारी के। श्रीकृष्ण, कन्हैया, मुरलीधर मनमोहन, कुंज बिहारी के॥ गोपाल, मनोहर, सांवलिया, घनश्याम, अटल बनवारी के। नंद लाल, दुलारे, सुन्दर छबि, ब्रज, चंद मुकुट झलकारी के॥ कर घूम लुटैया …

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ख़ुशामद-सूफ़ियाना कलाम -नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi

ख़ुशामद-सूफ़ियाना कलाम -नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi दिल खु़शामद से, हर एक शख़्स का क्या राज़ी है। आदमी, जिन्नो, परी, भूत, बला, राज़ी है॥ माई, फ़र्ज़ंद भी खुश, बाप, चचा राज़ी है। शाह मसरूर, ग़नी शाद गदा राज़ी है॥ जो खु़शामद करे ख़ल्क़ उससे सदा राज़ी है। सच तो …

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 हरि की तारीफ़- कविता (धार्मिक)-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi 

हरि की तारीफ़- कविता (धार्मिक)-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi मैं क्या क्या वस्फ़ कहुं, यारो उस श्याम बरन अवतारी के। श्रीकृष्ण, कन्हैया, मुरलीधर मनमोहन, कुंज बिहारी के॥ गोपाल, मनोहर, सांवलिया, घनश्याम, अटल बनवारी के। नंद लाल, दुलारे, सुन्दर छबि, ब्रज, चंद मुकुट झलकारी के॥ कर घूम लुटैया दधि माखन, …

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