मंगलाचरण-जौहर- श्यामनारायण पाण्डेय -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Shyam Narayan Pandey
मंगलाचरण-जौहर- श्यामनारायण पाण्डेय -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Shyam Narayan Pandey गगन के उस पार क्या, पाताल के इस पार क्या है? क्या क्षितिज के पार? जग जिस पर थमा आधार क्या है? दीप तारों के जलाकर कौन नित करता दिवाली? चाँद – सूरज घूम किसकी आरती करते निराली? चाहता है सिन्धु किस पर जल …