खुबसूरत मेरी शायरी नहीं तेरी मोहब्बत हैं जो नुर बन कर झलकती है मेरे लफ्जों में …
खुबसूरत मेरी शायरी नहीं तेरी मोहब्बत हैं जो नुर बन…
खुबसूरत मेरी शायरी नहीं तेरी मोहब्बत हैं जो नुर बन…
खूबसूरत मेरी शायरी नही तेरी मोहब्बत है जो नूर बन…
खूबसूरत मेरी शायरी नहीं तेरी मोहब्बत है, जो नूर बन…
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है… जिसका रास्ता बहुत खराब है……
हस़रत़ है 'मेरी' तेरे इश्क़ में भी, वो मुक़म हो।…
बस तेरा नाम ही मुकम्मल है, इससे बेहतर भी नज़्म…