गुम है तेज बुंदेलखंड का-उमेश शुक्ल -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Umesh Shukla
गुम है तेज बुंदेलखंड का-उमेश शुक्ल -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Umesh Shukla गुम है तेज बुंदेलखंड का युवा बने हैं घनचक्कर नेता अफसर काटें मलाई. युवा डोलते दर ब दर रोज लुट रही खनिज संपदा पर शासन है मुंह फेरे ट्रक. ट्रैक्टर से लैस लुटेरे मारे फेरे पर फेरे कैसे हो …