गुपचुप हजम करोगे-इस गुब्बारे की छाया में -नागार्जुन-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nagarjun

गुपचुप हजम करोगे-इस गुब्बारे की छाया में -नागार्जुन-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nagarjun कच्ची हजम करोगे पक्की हजम करोगे चूल्हा हजम करोगे चक्की हजम करोग बोफ़ोर्स की दलाली गुपचुप हजम करोगे नित राजघाट जाकर बापू-भजन करोगे वरदान भी मिलेगा जयगान भी मिलेगा चाटोगे फैक्स फेयर दिल के कमल खिलेंग फोटे के हित …

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