गीत-कविता -दीपक सिंह-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Deepak Singh

गीत-कविता -दीपक सिंह-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Deepak Singh   (जब भारत का सैनिक युद्ध में बीरगति को प्राप्त होता है तो आखिरी समय में उसके मन कुछ बातें भारत मां की गोद मे दफ़न हो जाती है । लेकिन जब कोई देशभक्त उस मिट्टी को अपने माथे पर लगाता है तो …

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गीत-कविता -दीपक सिंह-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Deepak Singh

गीत-कविता -दीपक सिंह-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Deepak Singh   तेरे इश्क में डूब कर वो मंजर दिख रहा। दिल में घुसा प्रेम का खंजर दिख रहा। मोहल्ले में गदर है तुमसे प्यार कर गये। कई ब्यायफ्रेन्ड तेरे तुझपर हम मर गये। अब छोड़ो इतराना जान बात मान लो। बातों में तेरी …

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गीत-कविता -दीपक सिंह-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Deepak Singh

गीत-कविता -दीपक सिंह-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Deepak Singh   मुझमें तुम समा गये दिल मे अक्श मिला गये। किमाम सा अपना मुझमें इश्क मिला गये।। हबीब सी छांव मांग ली मुझसे। बेजान में जान डाल दी जैसें।। तेरे इश्क में दिल पे वार हो गये। साजिशों में तेरे शिकार हो गये। …

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गीत-कविता -दीपक सिंह-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Deepak Singh

गीत-कविता -दीपक सिंह-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Deepak Singh   तेरे जाने का ग़म सहूं तो कैसे सहूं। ऐ हीर तेरे बिन जियूं तो कैसे जियूं।। दिल की जुदाई सह पाता नहीं हूं। घुट से हूं जिंदा कह पाता नहीं हूं। मर जाऊंगा ये तो कहता नहीं मिट जाऊंगा कह पाता नहीं …

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