आजु नामे बीठलु देखिआ मूरख को समझाऊ रे-रागु गोंड बाणी नामदेउ जी की ੴ सतिगुर प्रसादि -शब्द (गुरू ग्रंथ साहिब) -संत नामदेव जी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Sant Namdev Ji 

आजु नामे बीठलु देखिआ मूरख को समझाऊ रे-रागु गोंड बाणी नामदेउ जी की ੴ सतिगुर प्रसादि -शब्द (गुरू ग्रंथ साहिब) -संत नामदेव जी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Sant Namdev Ji आजु नामे बीठलु देखिआ मूरख को समझाऊ रे ॥ रहाउ ॥ पांडे तुमरी गाइत्री लोधे का खेतु खाती थी ॥ लै करि …

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