गान्ध्ययन -सोहन लाल द्विवेदी -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Sohan Lal Dwivedi Part 2

गान्ध्ययन -सोहन लाल द्विवेदी -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Sohan Lal Dwivedi Part 2   खादी गीत खादी के धागे-धागे में अपनेपन का अभिमान भरा, माता का इसमें मान भरा, अन्यायी का अपमान भरा। खादी के रेशे-रेशे में अपने भाई का प्यार भरा, मां-बहनों का सत्कार भरा, बच्चों का मधुर दुलार भरा। खादी की रजत …

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गान्ध्ययन -सोहन लाल द्विवेदी -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Sohan Lal Dwivedi Part 1

गान्ध्ययन -सोहन लाल द्विवेदी -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Sohan Lal Dwivedi Part 1   झोपड़ियों की ओर जिनके अस्थि-पंजरों की नीवों पर ये प्रासाद खड़े, जिनके उष्ण रक्त के गारे से गढ़ डाले भवन बड़े; जिनकी भूखों की होली पर मना रहे तुम दीवाली, जिनसे तुम उज्ज्वल ! देखो, उनकी देहें काली-काली; उन भोले-भाले …

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