गांव की सड़क-मेरे दिल मेरे मुसाफ़िर-फ़ैज़ अहमद फ़ैज़-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Faiz Ahmed Faiz
गांव की सड़क-मेरे दिल मेरे मुसाफ़िर-फ़ैज़ अहमद फ़ैज़-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Faiz Ahmed Faiz ये देस मुख़लिसी-नादार कजकुलाहों का ये देस बेज़र-ओ-दीनार बादशाहों का कि जिसकी ख़ाक में कुदरत है कीमीयाई की ये नायबाने-ख़ुदावन्दे-अरज़ का मसकन ये नेक पाक बुज़ुर्गों की रूह का मदफ़न जहां पे चांद सितारों ने जबहासाई की न जाने कितने …