रात भी नींद भी, कहानी भी-गुल-ए-नग़मा-फ़िराक़ गोरखपुरी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Firaq Gorakhpuri

रात भी नींद भी, कहानी भी-गुल-ए-नग़मा-फ़िराक़ गोरखपुरी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Firaq Gorakhpuri रात भी नींद भी कहानी भी हाय, क्या चीज है जवानी भी एक पैग़ामे-ज़िन्दगानी भी आशिक़ी मर्गे-नागहानी भी। इस अदा का तेरे जवाब नहीं मेह्रबानी भी सरगरानी भी। दिल को अपने भी ग़म थे दुनिया में कुछ बलायें थीं …

Read more