गले मुझको लगा लो ऐ दिलदार होली में-ग़ज़लें-भारतेंदु हरिश्चंद्र-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Bharatendu Harishchandra 

गले मुझको लगा लो ऐ दिलदार होली में-ग़ज़लें-भारतेंदु हरिश्चंद्र-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Bharatendu Harishchandra गले मुझको लगा लो ऐ दिलदार होली में बुझे दिल की लगी भी तो ऐ यार होली में नहीं ये है गुलाले-सुर्ख उड़ता हर जगह प्यारे ये आशिक की है उमड़ी आहें आतिशबार होली में गुलाबी गाल पर कुछ रंग …

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