गरीब जान के हम को न तुम दग़ा देना-गीत जाँ निसार अख़्तर-जाँ निसार अख़्तर-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Jaan Nisar Akhtar
गरीब जान के हम को न तुम दग़ा देना-गीत जाँ निसार अख़्तर-जाँ निसार अख़्तर-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Jaan Nisar Akhtar गरीब जान के हम को न तुम दग़ा देना तुम्हीं ने दर्द दिया है तुम्हीं दवा देना गरीब जान के. लगी है चोट कलेजे पे उम्र भर के लिये तड़प रहे …