गंगा-गौरव-कामद कविता-अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’’-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Ayodhya Singh Upadhyay Hariaudh,
गंगा-गौरव-कामद कविता-अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’’-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Ayodhya Singh Upadhyay Hariaudh, अंग-अंग में है लोक-पावन प्रसंग भरा, रूप अवलोकनीय रंग बहु न्यारा है; तरल तरंग में हैं मंजु भावनाएँ बसी, संचित विभूति में लसित भाव प्यारा है। ‘हरिऔधा’ अंक अलौकिकता निकेतन है, कमनीय कला कांत कलित किनारा है; सारा मलहारी सतोगुण …