खोज-राजकुमार जैन राजन -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Rajkumar Jain Rajan
खोज-राजकुमार जैन राजन -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Rajkumar Jain Rajan खोजता हूँ आसमान में कहीं सम्वेदनाओं के वो बादल जो बरसे तो आ जाये पतझड़ में सावन छा जाए प्यार का मौसम हमेशा -हमेशा के लिए सम्वेदना से शून्य इस भाव भूमि पर उगने लगे परम्परा, संस्कृति और संस्कार की फसल खोजता हूँ किसी …