मोती-2-नारी श्रृंगार-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi

मोती-2-नारी श्रृंगार-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi परीज़ादों में है नामे खु़दा जिस शान पर मोती। कोई ऐसा नहीं मोती, मगर मोती, मगर मोती॥ झमक जावे निगाहों में जवाहर ख़ानए कु़दरत। जो खा कर पान और मल कर किसी हंस दे मगर मोती॥ रगेगुल इस कमर के सामने भरती फिरे …

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