मिलने का तेरे रखते हैं हम ध्यान इधर देख-होली कविता -नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi
मिलने का तेरे रखते हैं हम ध्यान इधर देख-होली कविता -नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi मिलने का तेरे रखते हैं हम ध्यान इधर देख। भाती है बहुत हमको तेरी आन इधर देख। हम चाहने वाले हैं तेरे जान! इधर देख। होली है सनम, हंस के तो एक आन इधर …