मिलने का तेरे रखते हैं हम ध्यान इधर देख-होली कविता -नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi

मिलने का तेरे रखते हैं हम ध्यान इधर देख-होली कविता -नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi मिलने का तेरे रखते हैं हम ध्यान इधर देख। भाती है बहुत हमको तेरी आन इधर देख। हम चाहने वाले हैं तेरे जान! इधर देख। होली है सनम, हंस के तो एक आन इधर …

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बुढ़ापा-मनुष्य जीवन के रंग-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi

बुढ़ापा-मनुष्य जीवन के रंग-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi क्या क़हर है यारो जिसे आजाये बुढ़ापा। और ऐश जवानी के तई खाये बुढ़ापा॥ इश्रत को मिला ख़ाक में ग़म लाये बुढ़ापा। हर काम को हर बात को तरसाये बुढ़ापा॥ सब चीज़ को होता है बुरा हाय! बुढ़ापा। आशिक़ को तो …

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