ख़ूब है शौक़ का ये पहलू भी-ग़ज़लें-जौन एलिया -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Jaun Elia
ख़ूब है शौक़ का ये पहलू भी-ग़ज़लें-जौन एलिया -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Jaun Elia ख़ूब है शौक़ का ये पहलू भी मैं भी बरबाद हो गया तू भी हुस्न-ए-मग़मूम तमकनत में तिरी फ़र्क़ आया न यक-सर-ए-मू भी ये न सोचा था ज़ेर-ए-साया-ए-ज़ुल्फ़ कि बिछड़ जाएगी ये ख़ुश-बू भी हुस्न कहता था …