ख़ूब फँसे हैं नंदा जी-युगधारा -नागार्जुन-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nagarjun
ख़ूब फँसे हैं नंदा जी-युगधारा -नागार्जुन-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nagarjun डाल दिया है जाने किसने फंदा जी ! कैसे हज़म करेगा लीडर लाख-लाख का चंदा जी ? कैसे चमकेगा सेठों का दया-धरम का धंधा जी ? कैसे तुक जोड़ेगा फिर तो मेरे जैसा बंदा जी ? रेट बढ़ गया घोटाले का, …