ख़ुद को आसान कर रही हो ना-ग़ज़लें-कुमार विश्वास-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Kumar Vishwas 

ख़ुद को आसान कर रही हो ना-ग़ज़लें-कुमार विश्वास-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Kumar Vishwas ख़ुद को आसान कर रही हो ना हम पे एहसान कर रही हो ना ज़िंदगी हसरतों की मय्यत है फिर भी अरमान कर रही हो ना नींद सपने सुकून उम्मीदें कितना नुक़सान कर रही हो ना हम ने …

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