ख़ुदा नहीं, न सही, ना-ख़ुदा नहीं, न सही-ग़ज़लें -अहमद नदीम क़ासमी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Ahmad Nadeem Qasmi,
ख़ुदा नहीं, न सही, ना-ख़ुदा नहीं, न सही-ग़ज़लें -अहमद नदीम क़ासमी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Ahmad Nadeem Qasmi, ख़ुदा नहीं, न सही, ना-ख़ुदा नहीं, न सही तेरे बगै़र कोई आसरा नहीं, न सही तेरी तलब का तक़ाज़ा है ज़िन्दगी मेरी तेरे मुक़ाम का कोई पता नहीं, न सही तुझे सुनाई तो दी, …