रात भी नींद भी, कहानी भी-गुल-ए-नग़मा-फ़िराक़ गोरखपुरी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Firaq Gorakhpuri

रात भी नींद भी, कहानी भी-गुल-ए-नग़मा-फ़िराक़ गोरखपुरी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Firaq Gorakhpuri रात भी नींद भी कहानी भी हाय, क्या चीज है जवानी भी एक पैग़ामे-ज़िन्दगानी भी आशिक़ी मर्गे-नागहानी भी। इस अदा का तेरे जवाब नहीं मेह्रबानी भी सरगरानी भी। दिल को अपने भी ग़म थे दुनिया में कुछ बलायें थीं …

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आटे-दाल का भाव-1-सूफ़ियाना कलाम -नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi

आटे-दाल का भाव-1-सूफ़ियाना कलाम -नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi क्या कहूँ नक़्शा मैं यारों! ख़ल्क़ के अहवाल का। अहले दौलत का चलन, या मुफ़्लिसो-कंगाल का॥ यह बयां तो वाक़ई है, हर किसी के हाल का। क्या तबंगर, क्या ग़नी, क्या पीर और क्या बालका॥ सबके दिल को फ़िक्र है …

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कौड़ी-सूफ़ियाना कलाम -नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi

कौड़ी-सूफ़ियाना कलाम -नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi कौड़ी है जिनके पास वह अहले-यकीन हैं। खाने को उनके नेमतें, सो बेहतरीन हैं॥ कपड़े भी उनके तन में, निहायत महीन हैं। समझें हैं उनको वह जो बड़े नुक्ता चीन हैं॥ कौड़ी के सब जहान में, नक़्शों नगीन हैं। कौड़ी न हो …

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