मजा बचपन का-कमलेश संजीदा -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Kamlesh Sanjida

मजा बचपन का-कमलेश संजीदा -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Kamlesh Sanjida शब्द नहीं जिनको मैं, लफ़्ज़ों में कह सकता हूँ बच्चों की नटखटता को, आँखों में बसा सकता हूँ॥ इनको जब भी मैं देखूं, बस स्तब्ध सा रह जाता हूँ भूलकर बस सारी दुनिया, बच्चों में खो जाता हूँ ॥ कोई मुझसे …

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अब विश्वास जगाना है-कमलेश संजीदा -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Kamlesh Sanjida

अब विश्वास जगाना है-कमलेश संजीदा -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Kamlesh Sanjida अब विश्वास जगाना है चरागों को जलाकर के, अब अंधेरों को मिटाना है नफरत के इन बीजों को, अब जड़ से उखाड़ना है ॥ कोई आकर हमसे ये पूछे, हमको क्या करना है मिटाकर नफ़रतें दिल से, उजाला वहां पे …

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