❤MAHOBBAT❤ मौत की हिम्मत कहाँ थी,

❤MAHOBBAT❤
मौत की हिम्मत कहाँ थी,
मुझसे टकराने की,
कम्बख्त ने महोब्बत को
मेरी सुपारी दे दी ||