❤AANKHE❤ ना जाने क्यों वो हमें मुस्कुरा के मिलते है,

❤AANKHE❤
ना जाने क्यों वो हमें मुस्कुरा के मिलते है,
अंदर से सारे गम छुपा कर मिलते है ||
जानते हैं आँखे सच बोल जाती है,
शायद इसी लिये वो,
नज़र झुका कर मिलते है ||