Kanha Kamboj Shayari in Hindi
तेरी हर हकीकत से रूबरू हो गया हूं मैं ,
ये पर्दा किस बात का कर रही है
एक मैं हु की आंखों से आंसू नही रुक रहे
एक तू है कि हँसके बात कर रही है
Kanha Kamboj Shayari in Hindi
तेरी हर हकीकत से रूबरू हो गया हूं मैं ,
ये पर्दा किस बात का कर रही है
एक मैं हु की आंखों से आंसू नही रुक रहे
एक तू है कि हँसके बात कर रही है