वक़्फ़ा-अहमद नदीम क़ासमी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Ahmad Nadeem Qasmi,

वक़्फ़ा-अहमद नदीम क़ासमी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Ahmad Nadeem Qasmi,

रास्ता नहीं मिलता
मुंजमिद अँधेरा है
फिर भी बा-वक़ार इंसाँ
इस यक़ीं पे ज़िंदा है
बर्फ़ के पिघलने में
पौ फटे का वक़्फ़ा है
उस के बा’द सूरज को
कौन रोक सकता है