जय मेरी मैया काली हौ-पहाड़ी भाषा काव्य-श्याम सिंह बिष्ट -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Shyam Singh Bisht 

जय मेरी मैया काली हौ-पहाड़ी भाषा काव्य-श्याम सिंह बिष्ट -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Shyam Singh Bisht

जय मेरी मैया काली हौ,
ऊंचे ऊंचे पहाड़ों में तेरा निवासा हो ।
भूमि देवी मैया तुम,
एक हाथ में खड़ग,
एक हाथ में ढाला हो ।
जय मेरी मैया काली हौ !
मैया जी अवतार तुम,
करक्षा कत्यूरक दैव रखवाली हौ ।
गौं-गों, घर -घर लिक्षा तुम अवतार हौ,
जय मेरी मैया काली हौ !
जोरि क्षि तमर चरणों में हाथ हौ,
धर दिया, य बिष्ट लाज हो ।
जय मेरी मैया काली हौ !

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