old hindi songs list 1980 to

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old hindi songs list 1980 to

रामा रामा गजब हुई गवा – Rama Rama Gajab Hui Gavaa (Lata Mangeshkar, Naya Zamana)

Movie Name /Album Name- नया ज़माना (1971)
Music Producer/Music By- एस.डी.बर्मन
Lyrics Writer/Lyrics by- आनंद बक्षी
Singers/Performed By- लता मंगेशकर

हाय राम
रामा रामा गजब हुई गवा रे
हाल हमरा अजब हुई गवा रे
रामा रामा गजब…

आई रुत ये सुहानी
बरसा पहले भी पानी
ये हुआ ना जो अब हुई गवा रे
रामा रामा हो रामा रामा
रामा रामा गजब…

दिल मचल सा गया है
कुछ बदल सा गया है
जाने कैसे ये कब हुई गवा रे
रामा रामा हो रामा रामा
रामा रामा गजब…

किसने जादू चलाया
बरसों में जो हो न पाया
एक पल में वो सब हुई गवा रे
रामा रामा हो रामा रामा
रामा रामा गजब…

पंडितजी मेरे मरने के बाद – Panditji Mere Marne Ke Baad (Lata Mangeshkar, Roti Kapada Aur Makaan)

Movie Name /Album Name- रोटी कपड़ा और मकान (1974)
Music Producer/Music By- लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics Writer/Lyrics by- वर्मा मलिक
Singers/Performed By- लता मंगेशकर

ना धरम बुरा, ना करम बुरा
ना गंगा बुरी, ना जल बुरा

पर पीने वालों को पंडितजी
ना करना कभी नसीहत
पीनेवाला मरते-मरते
बस करता यही वसीयत

ओ पंडितजी मेरे मरने के बाद बस
इतना कष्ट उठा लेना
मेरे मुँह में गंगाजल की जगह
थोड़ी मदिरा टपका देना
पंडितजी मेरे मरने के…

सदियों पुराने मयख़ाने से
थोड़ी मिट्टी मँगवा लेना
उस मिट्टी को समझ के चन्दन
मेरे माथे तिलक लगा देना
पंडितजी मेरे मरने के बाद…

मौत पे मेरी, ओ पीनेवाले
आँख जो तेरी भर आए
पी जाना तू आँख के आँसू
पर कुछ जाम बहा देना
पंडितजी मेरे मरने के बाद…

सफ़र आखिरी लंबा है
कोई साथ में साथी तो चाहिए
झूमती पहुँचूँ जन्नत तक
इक बोतल साथ टिका देना
पंडितजी मेरे मरने के बाद…

 

महँगाई मार गई – Mehngai Maar Gayi (Mukesh, Lata , Chanchal, Jani, Roti Kapada Aur Makaan)

Movie Name /Album Name- रोटी कपडा और मकान (1974)
Music Producer/Music By- लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics Writer/Lyrics by- वर्मा मलिक
Singers/Performed By- मुकेश, लता मंगेशकर, नरेंद्र चंचल, जानी बाबू क़व्वाल

उसने कहा, तू कौन है
मैंने कहा, उल्फ़त तेरी
उसने कहा, तकता है क्या
मैंने कहा, सूरत तेरी
उसने कहा, चाहता है क्या
मैंने कहा, चाहत तेरी
मैंने कहा, समझा नहीं
उसने कहा क़िस्मत तेरी

एक हमें आपकी लड़ाई मार गई
दूसरी ये यार की जुदाई मार गई
तीसरी हमेशा की तन्हाई मार गई
चौथी ये ख़ुदा की ख़ुदाई मार गई
बाक़ी कुछ बचा, तो महँगाई मार गई
महँगाई मार गई
एक हमें आपकी…

तबियत ठीक थी
और दिल भी बेक़रार न था
ये तब की बात है, हाँ बात है
जब किसी से प्यार न था
जबसे प्रीत सपनों में समाई, मार गई
मन के मीत, दर्द की गहराई मार गई
नैनों से ये नैनों की सगाई मार गई
सोच-सोच में जो सोच आई, मार गई
बाक़ी कुछ बचा…

कैसे वक़्त में आ के दिल को
दिल की लगी बिमारी
महँगाई के दौर में हो गई
महॅंगी यार की यारी
दिल की लगी दिल को जब लगाई, मार गई
दिल ने की जो प्यार तो, दुहाई मार गई
दिल की बात दुनिया को बताई, मार गई
और दिल की बात दिल में जो छुपाई, मार गई
बाक़ी कुछ बचा…

पहले मुट्ठी विच पैसे लेकर
पहले मुट्ठी में पैसे लेकर, थैला भर शक्कर लाते थे
अब थैले में पैसे जाते हैं, मुट्ठी में शक्कर आती है

हाय महँगाई, महँगाई महँगाई
दुहाई है दुहाई, दुहाई है दुहाई
तू कहाँ से आई, तुझे क्यूँ मौत न आई
हाय महँगाई, महँगाई महँगाई

शक्कर में ये आटे की मिलाई मार गई
पाउडर वाले दूध दी मलाई मार गई
राशन वाले लैन की लम्बाई मार गई
जनता जो चीखी, चिल्लाई मार गई
बाक़ी कुछ बचया महँगाई मार गई

ग़रीब को तो बच्चे की पढ़ाई मार गई
बेटी की शादी और सगाई मार गई
किसी को तो रोटी की कमाई मार गई
कपडे की किसी को सिलाई मार गई
किसी को मकान की बनवाई मार गई
जीवन दे बस तीन निशान
रोटी कपड़ा और मकान
ढूंढ-ढूंढ के हर इंसान
खो बैठा है अपनी जान

जो सच सच बोला, तो सच्चाई मार गई
और बाक़ी कुछ बचा, तो महँगाई मार गई
महँगाई मार गई

 

काली पलक तेरी गोरी – Kaali Palak Teri Gori (Kishore Kumar, Lata Mangeshkar, Do Chor)

Movie Name /Album Name- दो चोर (1972)
Music Producer/Music By- आर.डी.बर्मन
Lyrics Writer/Lyrics by- मजरूह सुल्तानपुरी
Singers/Performed By- किशोर कुमार, लता मंगेशकर

काली पलक तेरी गोरी
खुलने लगी है थोड़ी-थोड़ी
एक चोरनी, एक चोर के घर
करने चली है चोरी, हो चोरी
काली पलक पिया मोरी
खुलने लगी है थोड़ी-थोड़ी
एक चोरनी, एक चोर के घर
करने चली है चोरी, हो चोरी

आएगी बाँध के पायल
तू होंठ दबाए, बदन को चुराए
नाज़ुक कमर से लगाए
अदा की कटारी ज़ालिमा
फेरेगी धीरे-धीरे, तू मेरे गले पर
ये बाँहों के ख़ंजर
जाएगी दिल मेरा लेकर
समझ के अनाड़ी बालमा
रोज़ रात को यूँ ही बांधेगी
लटों की डोरी, हो डोरी
काली पलक तेरी गोरी…

ना तो मैं डोर से बांधूँ
न जाल बिछाऊँ, न तीर चलाऊँ
नाज़ुक कमर से लगाऊँ
छुरी न कटारी, साजना, ओ सजना
मैं तो तेरा दिल लूंगी
तुझी से छुपा के, नज़र को बचा के
यूँ ही ज़रा मुसका के
कहूँगी अनाड़ी साजना
रोज़ रात को तेरे घर
होगी तेरी चोरी, हो चोरी
काली पलक पिया मोरी…

अच्छी हुई मेरी चोरी
के एक दिल खोया
तो एक दिल पाया
ऐसे कोई पास आया
के आ गया लुटने का मज़ा
अच्छी तेरी-मेरी जोड़ी
के लूट गए दोनों, तो बस गए दोनों
हँस के लिपट गए दोनों
हुआ जब वादा प्यार का
रोज़ रात को मिलेंगे
चंदा और चकोरी, चकोरी
काली पलक तेरी गोरी…

 

नींद चुराए चैन चुराए – Neend Churaaye Chain Churaaye (Lata Mangeshkar, Anuraag)

Movie Name /Album Name- अनुराग (1972)
Music Producer/Music By- एस.डी.बर्मन
Lyrics Writer/Lyrics by- आनंद बक्षी
Singers/Performed By- लता मंगेशकर

नींद चुराए, चैन चुराए
डाका डाले तेरी बंसी
अरे, दिन-दहाड़े चोरी करे
रात भर जगाए
डाका डाले तेरी बंसी
नींद चुराए, चैन चुराए…

मन में लगे ऐसे अगन
जैसे चमके बिजुरिया बादल में
चुपके कभी ले जाऊँगी
तेरी बंसी छुपा के आँचल में
काहे शाम ढले, कदम्ब तले
मुझको बुलाए
डाका डाले तेरी बंसी
नींद चुराए, चैन चुराए…

समझी थी मैं, नटखट है तू
बस माखन चुराया करता है
दीवानी मैं, ना जानी तू
काहे पनघट पे आया करता है
मोहे लाज आए
हाय नहीं बात कहीं जाए
डाका डाले तेरी बंसी
नींद चुराए, चैन चुराए…

बंसी की धुन सुन के पिया
जिया मेरा कहीं खो जाता है
मैं क्या कहूँ, क्या ना कहूँ
मोहे ना जाने क्या हो जाता है
गीत प्रीत भरे गाए
सुध-बुध बिसराए
डाका डाले तेरी बंसी
नींद चुराए, चैन चुराए…

सुन री पवन – Sun Ri Pawan (Lata Mangeshkar, Anuraag)

Movie Name /Album Name- अनुराग (1972)
Music Producer/Music By- एस.डी.बर्मन
Lyrics Writer/Lyrics by- आनंद बक्षी
Singers/Performed By- लता मंगेशकर

सुन री पवन, पवन पुरवैया
मैं हूँ अकेली-अलबेली
तू सहेली मेरी बन जा साथिया
सुन री पवन…

चल तू मेरा आँचल थाम के
अनजाने रस्ते इस गाम के
साथी हैं ये मेरे नाम के
नैन ये निगोड़े किस काम के
डोले मेरा मन ऐसे, जैसे नैया
मैं हूँ अकेली-अलबेली…

कोई तो हो ऐसा, पूछे बात जो
गिरूँ तो पकड़ लेवे हाथ जो
हँसे-रोए सदा मेरे साथ जो
सोए-जागे संग दिन-रात जो
ऐसे हो मिलन, जैसे धूप-छैया
मैं हूँ अकेली-अलबेली…
सुन री पवन…

 

चाहे रहो दूर – Chaahe Raho Door (Kishore Kumar, Lata Mangeshkar, Do Chor)

Movie Name /Album Name- दो चोर (1972)
Music Producer/Music By- आर.डी.बर्मन
Lyrics Writer/Lyrics by- मजरूह सुल्तानपुरी
Singers/Performed By- किशोर कुमार, लता मंगेशकर

चाहे रहो दूर, चाहे रहो पास
सुन लो मगर, एक बात
एक डोर से बँधोगी सनम
किसी दिन हमारे साथ

चाहे रहो दूर, चाहे रहो पास
सुन लो मगर, एक बात
तुम इस गली, तो मैं उस गली
के आऊँ कभी न हाथ
चाहे रहो दूर, चाहे रहो पास

मेरे पीछे-पीछे, चले तो हो बाबू
पर ज़रा तिरछी है चाल
आशिक़ बनना जाओ कहीं सीखो
तुम अभी दो चार साल
चाहत के काबिल बन जाओ
फिर मैं करुँगी
फिर मैं करुँगी बात
चाहे रहो दूर…

ओ मेरी चंचल पवन बसंती
करो नहीं यूँ बेक़रार
इन बाँहों में आना है तुमको
आख़िर जान-ए-बहार
दिल थामे आओगी फिर मैं
पूछूँगा तुमसे
पूछूँगा तुमसे बात
चाहे रहो दूर…

तेरे नैनों के मैं दीप – Tere Nainon Ke Main Deep (Md.Rafi, Lata Mangeshkar, Anuraag)

Movie Name /Album Name- अनुराग (1972)
Music Producer/Music By- एस.डी.बर्मन
Lyrics Writer/Lyrics by- आनंद बक्षी
Singers/Performed By- मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर

तेरे नैनों के मैं दीप जलाऊँगा
अपनी आँखों से दुनिया दिखलाऊँगा

अच्छा?
वो क्या है? इक मंदिर है
उस मंदिर में? इक मूरत है
ये मूरत कैसी होती है?
तेरी सूरत जैसी होती है
वो क्या है? इक मंदिर है

मैं क्या जानूँ छाँव है क्या और धूप है क्या
रंग-बिरंगी इस दुनिया का रूप है क्या
वो क्या है? इक परबत है
उस परबत पे? इक बादल है
ये बादल कैसा होता है?
तेरे आँचल जैसा होता है
वो क्या है? इक परबत है

मस्त हवा ने घूंघट खोला, कलियों का
झूम के मौसम आया है रंगरलियों का
वो क्या है? इक बगिया है
उस बगिया में? कई भँवरे हैं
भँवरे क्या जोगी होते हैं?
नहीं, दिल के रोगी होते हैं
वो क्या है? इक बगिया है

ऐसी भी अनजान नहीं मैं अब सजना
बिन-देखे मुझ को दिखता है सब सजना
अच्छा?
वो क्या है? वो सागर है
उस सागर में? इक नैया है
अरे, तूने कैसे नाम लिया?
मन से आँखों का काम लिया
वो क्या है? वो सागर है

 

ओ मेरी प्राण सजनी – O Meri Praan Sajni (Kishore Kumar, Sabita Chowdhury, Annadata)

Movie Name /Album Name- अन्नदाता (1972)
Music Producer/Music By- सलिल चौधरी
Lyrics Writer/Lyrics by- योगेश
Singers/Performed By- किशोर कुमार, सबिता चौधरी

ओ मेरी प्राण सजनी
चम्पावती आजा
हाय, ले कर चैन यूँ मेरा
दूर तू मुझसे ना जा
ओ मेरी प्राण सजनी…

कैसी मस्ती छाई है
महफ़िल रंग पर आई है
लेकिन मेरे इस दिल में
सच पूछो, तन्हाई है
चम्पावती तू आ जा
चम्पावती तू आ जा
तू ना हो तो कहीं
दिल ये लगे ना मेरा
ओ मेरी प्राण सजनी …

हाय मैं सारी मजबूरियाँ
कैसे बताऊँ पिया, आज तुझे
देखे जो जग सारा घूर के
तेरी कसम, आए लाज मुझे
हाय कैसे चल के मैं, आऊँ संभल के मैं
ढलके चुनर मोरी, पायल बजे
चम्पावती तू आ जा…

छाई है कैसी मदहोशियाँ
ऐसे में रहो ना यूँ तुम जुदा
चाहो तो ले लो मेरी जान भी
यूँ दिल को दो ना मेरे, तुम सज़ा
सोचो ज़रा ये कभी, दिल जो रहेगा दुःखी
तो ज़िन्दगी में भला, क्या है मज़ा
चम्पावती तू आ जा…

माँगूँ दुआएँ मैं तो ये सदा
होंठों पे तेरे मेरा नाम रहे
मैं भी तो चाहूँ मेरे प्यार का
तुझपे सदा ये इलज़ाम रहे
ना हमको डर कोई, ना हो फ़िकर कोई
चाहे ज़माना कोई कुछ भी कहे
चम्पावती तू आ जा…

 

मुत्तकोरी कव्वारीहड़ा – Muttukodi Kavaarihada (Asha Bhosle, Mehmood, Do Phool)

Movie Name /Album Name- दो फूल (1973)
Music Producer/Music By- राहुल देव बर्मन
Lyrics Writer/Lyrics by- मजरूह सुल्तानपुरी
Singers/Performed By- महमूद, आशा भोंसले

मुत्तकोरी कव्वारीहड़ा
मुत्तकोरी कव्वारीहड़ा
अय्यो रे, प्यार में जो ना करना चाहा
वो भी मुझे करना पड़ा
मुत्तकोरी कव्वारीहड़ा…

कहता था, चाहूँ तुझको जी से
तू तो घबराता है अभी से
गले लग जा रे, फिर दिखा दूँ
धरती ऊपर है, स्वर्ग नीचे
उई माँ, थोड़ा तो दुनिया से डर ले
यंडे कर ले, यंडे कर ले
ना माने, बेदर्दी अय्योड़ा
अय्योड़ा अय्यो अय्यो
मुत्तकोरी कव्वारीहड़ा…

कर देता है मुझे बेकल-कल-कल-कल
सीने से गिर के तेरा आँचल
डगमग चल के ना गिर पडूँ मैं
मतवाले, मुझको थाम के चल
सीना ताने, बाँहें खोले, ऐसे ये मस्तानी डोले
बोले, जैसे दारु का घडा
अय्यो अम्मा
मुत्तकोरी कव्वारीहड़ा…

 

हम और तुम – Hum Aur Tum (Lata Mangeshkar, Kishore Kumar, Daag)

Movie Name /Album Name- दाग (1973)
Music Producer/Music By- लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics Writer/Lyrics by- साहिर लुधियानवी
Singers/Performed By- लता मंगेशकर, किशोर कुमार

हम और तुम, तुम और हम
ख़ुश हैं यूँ आज मिल के
जैसे किसी संगम पर, मिल जाए दो नदियाँ
तन्हाँ बहते-बहते
हम और तुम…

मुड़ के क्यूँ देखें, पीछे चाहे कुछ भी हो
चलते ही जाएँ, नई मंज़िलों को
रस्ते आसाँ हैं, नहीं आज हम दो
तू मेरी बाँहों में, मैं तेरी बाँहों में
लहराएँ राहों में, चलें झूमते
हम और तुम…

ज़ुल्फ़ों को खिलने दो, साँसों को घुलने दो
दिल से दिल तुलने दो
दीवाने हो जाएँ, कोहरे में खो जाएँ
मिल के यूँ सो जाएँ
जैसे किसी परबत पर, मिल जाएँ दो बादल
तनहा उड़ते-उड़ते
हम और तुम…

जब भी जी चाहे – Jab Bhi Jee Chahe (Lata Mangeshkar, Daag)

Movie Name /Album Name- दाग (1973)
Music Producer/Music By- लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics Writer/Lyrics by- साहिर लुधियानवी
Singers/Performed By- लता मंगेशकर

जब भी जी चाहे, नई दुनिया बसा लेते हैं लोग
एक चेहरे पे कई चेहरे, लगा लेते हैं लोग
जब भी जी चाहे…

याद रहता है किसे गुज़रे ज़माने का चलन
सर्द पड़ जाती है चाहत, हार जाती है लगन
अब मुहब्बत भी है क्या, इक तिजारत के सिवा
हम ही नादाँ थे जो ओढ़ा बीती यादों का कफ़न
वर्ना जीने के लिए सब कुछ भुला लेते हैं लोग
एक चेहरे पे कई…

जाने वो क्या लोग थे, जिनको वफ़ा का पास था
दूसरे के दिल पे क्या गुज़रेगी ये एहसास था
अब हैं पत्थर के सनम, जिनको एहसास ना ग़म
वो ज़माना अब कहाँ, जो अहल-ए-दिल को रास था
अब तो मतलब के लिए नाम-ए-वफ़ा लेते हैं लोग
जब भी जी चाहे…

ओ सैयाँ जा जा – O Saiyan Ja Ja (Asha Bhosle, Qaidi)

Movie Name /Album Name- क़ैदी (1970)
Music Producer/Music By- ओ.पी.नय्यर
Lyrics Writer/Lyrics by- जाँ निसार अख्तर
Singers/Performed By- आशा भोंसले

ओ सैयाँ जा जा जा जा
जा मैं तेरी बात कभी न मानूँ बलमा, जा
चले न एक बहाना, मेरा तो आज ज़माना
ओ सैयाँ जा जा…

देख के मेरे गाल ये गोरे, दिल पे मेरे डाल न डोरे
मुझे न देख लुभाना, बनाना हाय दीवाना
ओ सैयाँ जा जा…

मेरी अदाएँ रंग रंगीली, होंठ रसीले आँख नशीली
अजी मैं एक ख़जाना, मुझे न हाथ लगाना
ओ सैयाँ जा जा…

तेरे इरादे जान गयी मैं, तेरी नज़र पहचान गयी मैं
मुझे न देख फँसाना, मेरी न आस जगाना
ओ सैयाँ जा जा…

 

हवा चले कैसे – Hawa Chale Kaise (Lata Mangeshkar, Daag)

Movie Name /Album Name- दाग (1973)
Music Producer/Music By- लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics Writer/Lyrics by- साहिर लुधियानवी
Singers/Performed By- लता मंगेशकर

हवा चले कैसे
ना तू जाने, ना मैं जानू
जाने वो ही जाने
हवा चले कैसे…
घटा उड़े कैसे
ना तू जाने, ना मैं जानू
जाने वो ही जाने

थामकर एक पंखड़ी का हाथ चुपके-चुपके
फूल से तितली ने की क्या बात चुपके-चुपके
आ ज़रा, करें पता, वो शायद दे बता
हवा चले कैसे…

परबतों के सर पे झूमती घटाएँ
डालिओं को छूती ठण्डी हवाएँ
ख़ामोशी की लय पे गाती फ़िज़ाएँ
मस्तियों में डूबी मीठी सदाएँ
कहो कौन भेजे, कौन लाए (कहाँ से आए)
बोलो, कहाँ को जाए
तुम भी सोचो, मैं भी सोचूँ, मिलजुल के बूझें पहेली
हवा चले कैसे…

बोलो बर्फ की चादर किसने डाली है
बोलो धुंध में ये धूप किसने पाली है
कैसे मीठे सपनों का जादू चलता है
कैसे सूरज ऊगता है, चन्दा ढलता है
तुमको सब मालूम है टीचर, हमको भी बतलाओ ना
सात समंदर पार है एक सतरंगा संसार
उसका जादूगर सरदार, रखता परियों का दरबार
उसको आते खेल हज़ार, करता सब बच्चों से प्यार
जाने, जाने, जाने वो ही जाने

 

ओ घटा साँवरी – O Ghata Saanwri (Lata Mangeshkar, Abhinetri)

Movie Name /Album Name- अभिनेत्री (1970)
Music Producer/Music By- लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics Writer/Lyrics by- मजरूह सुल्तानपुरी
Singers/Performed By- लता मंगेशकर

ओ घटा साँवरी, थोड़ी-थोड़ी बावरी
हो गयी है बरसात क्या
हर साँस है बहकी हुई
अबकी बरस है ये बात क्या
हर बात है बहकी हुई
अबकी बरस है ये बात क्या
ओ घटा साँवरी…

पा के अकेली मुझे, मेरा आँचल मेरे साथ उलझे
छू ले अचानक कोई, लट में ऐसे मेरा हाथ उलझे
क्यों रे बादल तू ने छूआ मेरा हाथ क्या
ओ घटा साँवरी…

आवाज़ थी कल यही, फिर भी ऐसे लहकती ना देखी
पग में थी पायल मगर, फिर भी ऐसे छनकती ना देखी
चंचल हो गये घुँगरू मेरे रातों-रात क्या
ओ घटा साँवरी…

मस्ती से बोझल पवन, जैसे छाया कोई मन पे डोले
बरखा की हर बूँद पर, थरथरी सी मेरे तन पे डोले
पागल मौसम जा रे तू, लगा मेरे साथ क्या!
ओ घटा साँवरी…

 

पानी रे पानी तेरा रंग – Paani Re Paani Tera Rang (Lata Mangeshkar, Mukesh, Shor)

Movie Name /Album Name- शोर (1972)
Music Producer/Music By- लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics Writer/Lyrics by- इन्द्रजीत सिंह तुलसी
Singers/Performed By- लता मंगेशकर, मुकेश

पानी रे पानी तेरा रंग कैसा
जिसमें मिला दो लगे उस जैसा
पानी रे पानी तेरा रंग कैसा…

इस दुनिया में जीनेवाले ऐसे भी हैं जीते
रूखी-सुखी खाते हैं और ठंडा पानी पीते
तेरे एक ही घूँट में मिलता जन्नत का आराम
पानी रे पानी तेरा रंग कैसा
भूखे की भूख और प्यास जैसा…

गंगा से जब मिले तो बनता गंगाजल तू पावन
बादल से तू मिले तो रिमझिम बरसे सावन
सावन आया सावन आया रिमझिम बरसे पानी
आग ओढ़कर आग पहनकर, पिघली जाए जवानी
कहीं पे देखो छत टपकती, जीना हुआ हराम
पानी रे पानी तेरा रंग कैसा
दुनिया बनाने वाले रब जैसा…

वैसे तो हर रंग में तेरा जलवा रंग जमाए
जब तू फिरे उम्मीदों पर तेरा रंग समझ ना आए
कली खिले तो झट आ जाए पतझड़ का पैगाम
पानी रे पानी तेरा रंग कैसा
सौ साल जीने की उम्मीदों जैसा…

 

पोंछ कर अश्क – Ponchh Kar Ashq (Md.Rafi, Naya Raasta)

Movie Name /Album Name- नया रास्ता (1970)
Music Producer/Music By- एन.दत्ता
Lyrics Writer/Lyrics by- साहिर लुधियानवी
Singers/Performed By- मोहम्मद रफ़ी

पोंछकर अश्क अपनी आँखों से
मुस्कुराओ तो कोई बात बने
सर झुकाने से कुछ नहीं होगा
सर उठाओ तो कोई बात बने
पोंछ कर अश्क…

ज़िन्दगी भीख में नहीं मिलती
ज़िन्दगी बढ़ के छीनी जाती है
अपना हक़ संगदिल ज़माने से
छीन पाओ तो कोई बात बने
सर झुकाने से…

रंग और नस्ल, ज़ात और मज़हब
जो भी हो, आदमी से कमतर है
इस हक़ीक़त को तुम भी मेरी तरह
मान जाओ तो कोई बात बने
सर झुकाने से…

नफरतों के जहान में हमको
प्यार की बस्तियाँ बसानी है
दूर रहना कोई कमाल नहीं
पास आओ तो कोई बात बने
पोंछ कर अश्क..

 

आदमी जो कहता है – Aadmi Jo Kehta Hai (Kishore Kumar, Majboor)

Movie Name /Album Name- मजबूर (1974)
Music Producer/Music By- लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics Writer/Lyrics by- आनंद बक्षी
Singers/Performed By- किशोर कुमार

कभी सोचता हूँ, कि मैं कुछ कहूँ
कभी सोचता हूँ, कि मैं चुप रहूँ

आदमी जो कहता है, आदमी जो सुनता है
ज़िंदगी भर वो सदायें पीछा करती हैं
आदमी जो देता है, आदमी जो लेता है
ज़िन्दगी भर वो दुआएँ पीछा करती हैं

कोई भी हो हर ख़्वाब तो सच्चा नहीं होता
बहुत ज़्यादा प्यार भी अच्छा नहीं होता
कभी दामन छुड़ाना हो, तो मुश्किल हो
प्यार के रिश्तें टूटें तो, प्यार के रस्ते छूटें तो
रास्ते में फिर वफ़ाएँ पीछा करती हैं
आदमी जो कहता है…

कभी-कभी मन धूप के कारण तरसता है
कभी-कभी फिर झूम के, सावन बरसता है
पलक झपके यहाँ मौसम बदल जाए
प्यास कभी मिटती नहीं, एक बूँद भी मिलती नहीं
और कभी रिमझिम घटाएँ पीछा करती हैं
आदमी जो कहता है..

 

आ दिल क्या महफ़िल – Aa Dil Kya Mehfil (Kishore Kumar, Hum Kisise Kam Naheen)

Movie Name /Album Name- हम किसी से कम नहीं (1977)
Music Producer/Music By- आर.डी.बर्मन
Lyrics Writer/Lyrics by- मजरूह सुल्तानपुरी
Singers/Performed By- किशोर कुमार

आ दिल क्या महफ़िल है तेरे, क़दमों में
आ दिल क्या महफ़िल है तेरे
दुनिया की बहारें तेरे लिए
चाँद सितारे तेरे लिए
जाने अदा, ओ हो हो जाने अदा
जाने वफ़ा तुझपे मैं फ़िदा
हो हो हो जाने वफ़ा, तुझपे मैं फ़िदा

आ दिल क्या महफ़िल है तेरे, क़दमों में
आ दिल क्या महफ़िल है तेरे
दुनिया की बहारें तेरे लिए
चाँद सितारे तेरे लिए
जाने अदा, ओ हो हो जाने अदा
जाने वफ़ा तुझपे मैं फ़िदा
हो हो हो जाने वफ़ा, तुझपे मैं फ़िदा
आ दिल क्या महफ़िल है तेरे, क़दमों में

जीवन में तू डरना नहीं – Jeevan Mein Tu Darna Nahin (Kishore Kumar, Khote Sikkay)

Movie Name /Album Name- खोटे सिक्के (1974)
Music Producer/Music By- आर.डी.बर्मन
Lyrics Writer/Lyrics by- मजरूह सुल्तानपुरी
Singers/Performed By- किशोर कुमार

जीवन में तू डरना नहीं
सर नीचा कभी करना नहीं
हिम्मतवाले को मरना नहीं
जीवन में तू डरना नहीं…

तू है साथी अपना
कोई दूजा नहीं तेरा
अपनी हर मुश्किल में
तू अकेला ही मुस्कुरा
जग में तू सबसे बड़ा है
दिल छोटा करना नहीं

जीना है तो प्यारे
तू लड़ना ज़िन्दगी से
आंधी हो या तूफाँ
ना दबना तू किसी से
जग में तू आगे ही बढ़ना
पीछे कदम धरना नहीं
जीवन में तू डरना नहीं…

 

कैसे जीते हैं भला – Kaise Jeete Hain Bhalaa (Md.Rafi, Lata Mangeshkar, Shatrughna Sinha, Dost)

Movie Name /Album Name- दोस्त (1974)
Music Producer/Music By- लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics Writer/Lyrics by- आनंद बक्षी
Singers/Performed By- मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर, शत्रुघ्न सिन्हा

कैसे जीते हैं भला
हम से सीखो ये अदा
ऐसे क्यूँ ज़िंदा हैं लोग
जैसे शर्मिंदा हैं लोग

दिल पे सहकर सितम के तीर भी
पहनकर पाँव में ज़ंजीर भी
रक्स किया जाता है
आ, बता दें ये तुझे
कैसे जिया जाता है
दिल पे सहकर…

डर से ख़ामोश है जो
कैसा बे-पीर है वो
हाँ वो इंसान नहीं
एक तस्वीर है वो
तो बाख्ता-ए-खुदा जिससे डरता है अपन
और इस ग़रीबी में बड़ी मौज करता है अपन
परेशाँ लाख सही, गुल नहीं ख़ाक सही
ज़िन्दगी है लाजवाब, ये वो बेवा है जनाब
खूबसूरत है जो दुल्हन से भी
दोस्त तो दोस्त है, दुश्मन से भी
प्यार किया जाता है
आ, बता दें…

चीज़ इस ग़म से बड़ी
इस ज़माने में नहीं
जो मज़ा रोने में है
मुस्कुराने में नहीं
इसीलिए तो भई रूखी-सूखी जो मिले पेट भरने के लिए
और काफी दो गज है जमीं जीने-मरने के लिए
कैसे नादान हैं वो, ग़म से अनजान हैं वो
रंज ना होता अगर, क्या ख़ुशी की थी कदर
दर्द ख़ुद है मसीहा दोस्तों
दर्द से भी दवा का, दोस्तों
काम लिया जाता है (साबास दोस्त)
आ, बता दें…

चैन, महलों की नहीं रंगरलियों में
मुझे दे दो थोड़ी सी जगह
अपनी गलियों में मुझे
झूमकर नाचने दो
आज मस्ती में ज़रा
ले चलो साथ मुझे
अपने बस्ती में ज़रा
बना हो सोने का भी, पिंजरा है, पिंजरा जी
पैसा किस काम का है, धोखा बस नाम का है
रोक ले जो लबों पे गीत को
अपने हाथों से ऐसी रीत को
तोड़ दिया जाता है
मैंने भी सीख लिया, कैसे जिया जाता है
आ, बता दें…