khuda aur mohabbat urdu shayari
आँखें ख़ुदा ने दी हैं तो देखेंगे हुस्न-ए-यार
कब तक नक़ाब रुख़ से उठाई न जाएगी
~जलील_मानिकपुरी
khuda aur mohabbat urdu shayari
आँखें ख़ुदा ने दी हैं तो देखेंगे हुस्न-ए-यार
कब तक नक़ाब रुख़ से उठाई न जाएगी
~जलील_मानिकपुरी