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मदहोश होने लगते हैं….
मेरी शायरी के अलफ़ाज़ इस कदर ….
जब शुरू होता हैं मेरा लिखना उसे …
सोचकर https://t.co/i82jnBSa0N
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Source by krishan kumar yadav
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