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तू हुस्न के रंगों से लिखी हुई गजल है,
तू प्यार के दरिया में खिलता हुआ कंवल है।
ये दुआ है मेरी रब से
तुझे शायरों में सब से,
मेरी शायरी पसन्द आये।
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Source by Vikram Singh
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तू हुस्न के रंगों से लिखी हुई गजल है,
तू प्यार के दरिया में खिलता हुआ कंवल है।
ये दुआ है मेरी रब से
तुझे शायरों में सब से,
मेरी शायरी पसन्द आये।
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